है येहोवना विषयमा ज्ये भुँडो सूर परंतु तमारा विषयमा व्ये मोटी सूरवयो परंतु माहं कोईम धातिक को चोर भुंदुराराम करवावाली को पारको चर्चाकरदाताळाने एव १६ दुख न पामें । परंतु जै कोई खोटयान्नी सूरत दुखधामें तो ये मयोस लज्जित न थाय परंतु एथी ईश्वरवी त क्यम्को ईश्वरना मंदिरमा दंड श्राघवाना समय प्रारंभ यय है बळी अमारे पासै जो ये परथम घाय तो 'ज्ये ईश्वरनू मंगळ समाचार मानता नहीं त्येस्तू धंत १० शृं थामे । बळीपण यथार्थीयान् मोक्ष जो कठिणची थाय १८ । सेवक ने मापी लोक क्यो जोवा जाणें । एमाटे चे ईश्वरी इच्छा सरखूं दुख पामें त्थे त्येनें विश्वास कोषा गया सृष्टि करवावाला जाणोनें बाळू काम करवाच घेता मी आत्मानी रक्षा येनें सांयो । ५ चिप । ये पराधीन लोक तमारा बच्माई --- बेहोर्ने इंपण जूना लोक में खोधना करना एक साक्षी नें ज्ये वड़ाई परघट करवाना त्येनो एक साझो थैनें ए उप २ देश त्येहा में करूंऴ् । ईश्वरनो ये पाल बमारा बच्मा है येनें रक्षा करवानी सेवा वळथो नहीं परंतु पोतानी इच्छाधी मजोन लोभथो न परंतु परसन्न मनथो लैवें २ बळी अधिकारमा प्रभुयोनी रोये नहीं परंतु पालना नमू • जानें एव चैमें त्ये पालने चरावैौ । वळी सरदार रा का ज्यारे आव्ये त्यारै तमें अविनाशी वडाईना मुकुट घाम् शौ । हे तब तमें जनाचना अधीन यादा बळी परसर अधीन थावा वळी नर्म बाधी सख्गाचा जावै कम्ये ईश्वर कारिया विरुद्ध करैछे परंतु नत्र लोकोनें अनुग्रहकरे • नवावा वळी ये उचित समयमा तमनें उठायें । एमाटै तमारी सऊ चिंताईश्वर ने ऊपर नाखैा कम्क्ये त्ये तमारे * माटे चिंता बरे है। सुचेत धावो को देवानी स्वभाव साहा कोंमक्ये कोइनें खाइ नाखवा लकशे ए सोध करतेश तमारी ९ शत्रु शैतान गर्जवात्राळा सिंघने एबो कर है । तमारा ध्ये भार संसारमा व्येहोना बचना ये व्येज् दुख पूरण धाय. १. है बजायीनें विश्वासमा स्थिर चैन लेना विरोध गरौ । परंतु सज अनुग्रह छापवावाळी ईश्वर को थे खोट विशुनी मार फत अमनें पेरतानी अनन्त वढाईनें घास तेरौ । छो त्ये समारु कियार दाह्रा दुख परमवानें पाछळ समनें भरपूर में स्थिर १९ नें वळवान ने दृढ परे । त्येनें ऊपर महात्मा ने माल्यको सदा दरवेळी थावा । ग्रामिन । १२ मारा विचारमा विश्वासो भार सल्वानसनी मारफत हं उपदेश कर्ते ने ज्ये अनुग्रहमा तमें ऊभा घी को ये कोई श्वरनू साधूं अनुग्रह है ए प्रमाण चापले संक्षेपमा नमने १२ लं । तारै साथै परसंद कौधा बाबेजनी मंडळी सर्ने नमस्कार करैछ त्येवेोज मारो पुत्र मार्क करेके । १४ बाल्हनी बच्चोथौ एक मयोस बोजा मणोसधी मळौ तमारा जिटळा कोक प्रभु यिशु खोटमा घायछे ये लोकोनो प्रि भाव । श्रामोन । हो ईश्वर ने मारा तारक विशुखोटनो यथार्थ यो मारे एवै वडमोल विश्वास पामूं त्येहाल्ने पा विशुखोटनो सेवक में मोकल्या शोमोन पितर पत्र लखे है। ईश्वर ने मारा प्रभु यिशुवा ज्ञानधी तमारे ऊपर अनुग्रह में शांति क्षय क्षण बधै । क्ये ज्ये वडाई पामवा में प्रभाव मळवानें माटे मने तेथे । है को थेना विषयमा ज्ञानधी येवू येना ईश्वरीय 8 सेवाने माटे सऊ वस्तु मोटो में वहुमोल वचन का जाय को तमें भुडी इच्छा उत्पन्न घा जगतना भुंडा व्यवहारथी मुका वोने ईश्वरना ५. संभावना साझी थावा । एजमाटे एर्ने सिवाय पण तमें चेष्टा ६ करोनें पोताना विश्वास में साथै प्रभाव ने प्रभाव नै साथै ज्ञान नें ज्ञान्ने साथै जितेन्द्रियमणु में जितेंन्द्रियपण नें साथै सह ७ नं सहवानें साथ ईश्वर सेवा ने ईश्वर सेवाने साथै भाइचार नॅ भाइचाराने साथै प्रेमनें संचय करे। । वर्षे मध्ये औ ए सऊ तम्मा होय वळो अधिक थाय तो समने करणे की कमा हा प्रभु विशु खोटना विघयना ज्ञानयो तमें निर्फळ में दृथा ९ नथावैौ । परंतु ज्ये में ए नथो थाता येज् मणोस बांध समें पोतानें तैडबू' नें परसन्द थावाने स्थिर करवानमाटे बल अधिक यन करे। कोमको जो तमें एकाम करे तो क्यारे ११ पण पड्शौ नहीं । वळी एश्रत श्रमारा प्रभु ने तारक यिशुसोहना अविनाशो राजमा धणू विस्तार सूरत तमनें एमाटे त स्वात जातोरे वळो महान १२ पेसवू घडशें । बो. सचाईमा स्थिरयय् थया है। सही तोप समनें एवात १३ सदा यादु दिवरावाने हं ढिलो घेश नहीं । प्रभारा प्रभु यिशु खोटयें ज्येवं मनें दिखा है को छोड़ा दाढा १० माइल ए मारूं तंबू' खोलवू घाशे हं रपय् जामीनें ज्वार लुधी ए तंबूमा र व्यारसुधी तम्ने बाद दीवरा वाघो १५ तमनें घटवू उचित है हं ए विचार करूंकूं। वळीपण यत्नकरोश को मारा मरवानें पाइळ ए वात नमारा मन १६ मा सदा रहो। कोम्को अमारा प्रभु विशु खोटनू पराक्रम नै चावू ज्यारे कामें तमारे पास परघट को यारे च कंपटथो कहानीना पाछळ चालवावाला नैता परंतु ३७ येनो महिमाना इत्यक्ष साक्षी हता। कौम को क्यारे यात समभागवावाको शब्द त्येंने पासे त्थे उत्तम तेजधो नीस रे को वू मारौ बाद पुत्र देनें कार मारी मोटी परसन्न ता है प्यारे ईश्वर पिताथी देखें मर्यादा ने बढाई मामी १८ में कोवेळां पचि डूंगर ऊपर होने साथै इता ये समय १८ में सगंधी काय घकौ र शब्द सान्हौ । मारुं रथी मंत्र स्थिर चाचा यानों वात के बळी घर ग्रंथनी कोई बाधार्य नी बात को मोसनो मोताना मननो उत्पन्न घई नथो ए - परथम जाणीजें व्यारसुधो तमारा मनमा राज प्रात न घाय में पावनो धरौ उदय ब्यार सुधी न थाय त्यार सुधी देवगंधारानी ठाम प्रकाश करवावाळी दोन ऊपर यो जायज करवाथो ब्ये उपर ओवू तम् नें बाहू बीजौ पदे । परंतु कोबोया बच्मा झूठा प्राचार्य धश् छता को येवू को प्रभुओं के होते मोर्स लेवा बेना विषयमा नाकरधावाळा वळी पोताने जर तला सर्व माश लावावाळां विनाशकारि बोशामविषणु गुप्त पैसा बाघाळा झूठा सिखाडवा बाळापय् तमारा बच्मा घाथे । २ बळी तोहाना कुठा काममा माछळ चालवावाळा घा छ घाशे ज्ये सबब साची बातमी वाटनी मुंडाई घाशे । वळी व्ये लोभथी कपटनी बात कहोनें तमनें खरद करवानी बस्तु करशे को ये होनी शासना हवें घणा दाह यो सूर ● करती नथो में है। सर्वनाश उघावसौ नहीं । कम् को जो ईश्वरयें पाप करवावाला दुसानें दया न कोधी परंतु विचारनें माटै राख्या जावा में कोचे त्येस्ने नरक * माती देनें अंधारा मूरत सांवलमा से। को में पराचीन जगतनेंपय् दया नथी कोधी परंतु ईश्वरनी. सेवा नकरबावाळा जगतनें ऊपर जल प्रलय ' स्याबीनें बधार्थने जलावावाळी बाठवू मेयोस देखनें मोक्ष चायो । वळी सोनमराह शहर राख करने बेपाळ ईश्वर 'नी सेवा नकरवावाळा व्यवहारो जिटळा लोक व्येहोव ८ नमूना करीने विनागधी होने दंड कोधूं | बळी दुर्जन लोकाना बित्र कााचारथी शोको यथार्थी नोटवें ८ बराचैौ । कोमको त्थे यथार्थी पुरुष बेहोराने साधे रही में i होया घशाखा कामथी ने येना जोवा सादळवाची १० घेता यथार्थ भनने दाढे दाटे कट दोखूं। सेवकेनि परीक्षार्थी उधार करवानें बळी कायद्यार्थियाने दंड पाम |